ये बात 100% सत्य है कि गर्भधारण से जुड़ी कठिनाइयों अधिकतर मामले महिला बांझपन से जुड़े ही होते हैं लेकिन पुरुषों की प्रजनन अक्षमता को कतई नकारा नहीं जा सकता खासकर के तब जब वो आँकड़ा 10 से 20 प्रतिशत के बीच हो। वो भूल जाते, मेल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट मुमकिन है।
इस अक्षमता को पुरुष अपने आत्मसम्मान से जोड़कर देखते हैं और इसी के चलते वो इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाने से कतराते हैं बल्कि कई बार नौबत ये तक होती है कि वो इस कमी को अपनी पत्नी से भी छुपाते हैं और संतानहीनता का सारा दोष जबरन उसके ऊपर मढ़ देते हैं। और भला करेंगे भी क्यों नहीं, उनके लिए इससे ज़्यादा आसान और कुछ हो सकता है क्या भला।
इन विडंबनापूर्ण घटनाओं में दोष जितना हर पुरुष का है उतना ही हमारी पुरुष प्रधान सामाजिक सोच का भी। और भी दुःखद ये है इस झूठी शेखी में हासिल तो कुछ नहीं होता है, हां स्वयं वो व्यक्ति संतान सुख से वंचित ज़रूर रह जाता है।
पुरुषों से जुड़ी फर्टिलिटी की इन्हीं समस्याओं पर आधारित है ये लेख जिनमें हम कारणों और उपाय संबंधी बातों पर चर्चा करेंगे।
मेल इनफर्टिलिटी: प्रमुख कारण (Male Infertility Causes)
प्राकृतिक प्रजनन अक्षमता के अलावा बुरी आदतों, नशेतथा और भी कई कारणों के चलते पुरुषों में बाँझपन की समस्या सामने आती है। इस लेख में हम ऐसे ही कुछ प्रमुख कारणों का उल्लेख करेंगे।
- प्राकृतिक कारण
दुर्भाग्यवश कुछ पुरुषों के साथ कुदरत एक बहुत ही गन्दा खिलवाड़ करती है और वो तब जब लाख नियम और संयम रखने के बाद भी वह अपने आँगन में नन्हे पैरों को देखने तथा किलकारियां सुनने को तरस जाते हैं। ऐसे ही कुछ कारण हैं-
- अनवतीर्ण (Undescended) अंडकोष, जिसमें उनका आधा हिस्सा उदर (Abdomen) क्षेत्र में फंसा रह जाता है।
- अंडकोष क्षेत्र की नसों में अवांछित वृद्धि होना
- उम्र में बढ़ोत्तरी होना
- प्रजनन अंगों की कमजोरी तथा जन्मजात नपुंसकता
- जेनेटिक (वंशानुगत) विकार भी इस समस्या का एक बड़ा कारण हो सकते हैं।
- किन्हीं विशेष कारणों से शुक्राणुओं का कम संख्या (Low Sperm Count) में बनना तथा शुक्राणुओं की गतिशीलता (Sperm motility) में कमी भी मेल इनफर्टिलिटी के प्रमुख कारण हैं
- प्रोस्टेट में विकार या संक्रमण जो की बाद में एक बड़ी समस्या बनता है, भी इसका एक अवांछनीय कारण हो सकता है।
- नशा तथा अन्य सम्बद्ध कारण
आधुनिकता की दौड़ में जन्मा ये एक बहुत ही ख़राब कारण है पुरुषों में बाँझपन का सोशल स्टेटस बनाए रखने और कूल दिखने की चाह में युवा धूम्रपान और ड्रग्स जैसी बुरी आदतों के लती हो जाते हैं जिनसे उन्हें कैंसर सम्बन्धी जानलेवा बीमारियों का खतरा तो रहता ही है साथ ही साथ ये उनकी वंश वृद्धि की संभावनाओं पर भी कुठाराघात करता है। इसके अतिरिक्त-
- धूम्रपान तथा अफीम/गांजा का सेवन शुक्राणुओं की संख्या में भारी रूप से कमी लाता है।
- नशा करनाअन्य शारीरिक विकारों को भी जन्म देता है जो कि अप्रत्यक्ष रूप से संतानहीनता का कारण बनते हैं।
- शराब तथा अन्य मादक पदार्थों का अत्यधिक सेवन आपको हर पल बाँझपन की तरफ बढ़ाता है।
- चिकित्सा से जुड़े कारण
यह बीमारी पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरीके से प्रभावित करती है यदि वो-
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के उपचार स्वरूपरेडिएशन या कीमोथेरेपी प्रक्रिया से गुज़र रहे हैं।
- किसी नए या पुराने गंभीर संक्रमण से परेशान हैं।
- स्थान विशेष पर किसी चोट या दुर्घटना का शिकार हैं।
- टयूमर जैसी किसी अत्यधिक लम्बे समय तक बीमारी के चलते शारीरिक रूप से अक्षम हैं।
- जीवनशैली संबंधित
ये व्यक्ति विशेष द्वारा जनित कारण होते हैं जन व्यक्ति के आहार विहार और उसकी दिनचर्या के चलते ही वो बाँझपन की समस्या का शिकार हो जाता है। आप निश्चित रूप से इस समस्या के कगार पर हैं यदि आप-
- ज़रुरत से ज्यादा मोटे हैं, मोटापा बाँझपन जैसी बहुत सारी अवांछित समस्याओं का कारण है।
- आप व्यायाम नहीं करते जिससे आपकी कुछ विशेष नसों/अंगों में अवरोध आ जाता है।
- अत्यधिक मांस तथा तैलीय भोजन का प्रतिदिन उपभोग
- अत्यधिक हस्तमैथुन तथा सम्भोग की क्रिया
- कुछ विशेष ज़रूरतों के लिए (खेल और जिम) स्टेरॉयड तथा प्रतिबंधित दवाओं का उपयोग
- अन्य अज्ञात उपाय
जांच के दौरान ऐसा पाया गया है कि मेल इनफर्टिलिटी के आकड़ों में 30 से 35 प्रतिशत मामले अज्ञात कारणों से है जिनमें चिकित्सकीय परीक्षण (Male Infertility test) के बाद भी कारण जानना मुमकिन नहीं हो पाता।यह एक भयावह समस्या है क्यूँकि अगर आप समस्या ही नहीं जानेंगे तो उपचार भी कतई संभव नहीं होगा। इसी तरह की एक समस्या है शुक्राणु अल्पता या शून्य शुक्राणु की समस्या (Azoospermia) जिसमें पुरुषों में वीर्य का निर्माण तो होता है लेकिन उसमें शुक्राणु नहीं पाए जाते हैं और ये एक बहुत ही गंभीर समस्या है
मेल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट: निवारण संभव है
सर्वप्रथम अंधविश्वासों को तोड़ते हुए तीन बातें साफ़ करनी यहाँ बहुत ही ज़रूरी हैं
- ये कोई दैवीय समस्या नहीं है और अधिकतर मामलों में सही चिकित्सा परामर्श द्वारा इलाज संभव है।
- पुरुषों को शर्म छोड़कर इसे किसी भी अन्य बीमारी की तरह स्वीकार करना ज़रूरी है ताकि वक़्त पर इलाज शुरू हो सके और बहुत देर न हो जाए। और सबसे बड़ी ग़लतफहमी ये कि मेल इनफर्टिलिटी की समस्या युवाओं को कतई प्रभावित नहीं करती है तो ये उन्हें ये जानना बहुत ज़रूरी है की सच्चाई एकदम इसके उलट है।
ये दो अति महत्त्वपूर्ण बातें हैं मेल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट की तथा सही दिशा कीओर बढ़ाये गए कदम भी।
- जानकारी और उचित परामर्श
- आपको चाहिए कि अंधविश्वासों से दूर रहें और सिर्फ सही सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करें। इसके लिए डॉक्टर के पास जायें तथा मेल इनफर्टिलिटी टेस्ट करवाने के बाद उचित चिकित्सा लें
- डॉक्टर के पास जाने में बिलकुल भी न कतराएँ और परीक्षणों के माध्यम से समस्या जानकर उसका सम्पूर्ण इलाज करें ताकि आप अपने संकल्प में कामयाब हो सकें।
- अपनी समस्या को सकारात्मक तरीके से ले और उसे अपनी पत्नी पर थोपकर उसे प्रताड़ित न करें।
- सुधार ज़रूरी है
आप यदि सच में सकारात्मक परिणाम चाहते हैं तो निम्नलिखित सुधार करने बहुत ज़रूरी हैं-
- खान-पान की आदतें बदलें और संतुलित आहार लें।
- मोटापा जल्दी से जल्दी कम करें लेकिन ध्यान रहे सिर्फ प्राकृतिक साधनों के प्रयोग द्वारा (पाउडर, कैप्सूल इत्यादि नहीं)
- प्रतिदिन कम से कम एक घंटे के लिए व्यायाम अवश्य करें।
- खुद को अधिक से अधिक तनावमुक्त रखने की कोशिश करें और खुश रहें।
- धूम्रपान त्यागने का प्रयास करें। यह कठिन है पर नामुमकिन नहीं!
- शराब का सेवन न्यूनतम करें हो सके तो बंद ही कर दें।
- अच्छी आदतों का मेल इनफर्टिलिटी पर प्रभाव
- खाने में अश्वगंधा, अखरोट, केले तथा लहसुन जैसे प्राकृतिक तत्त्वों को शामिल करें
- ये शुक्राणुवर्धक होते हैं तथा वीर्य में भी वृद्धि करते हैं।
- सोने तथा जागने की आदतों को नियमित करें तथा इसे अपनी जीवनशैली का एक अभिन्न अंग बना लें।
- अत्यधिक खट्टे भोज्य पदार्थ जैसी सभी चीज़ें जिनसे आपकी प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है उन्हें तत्काल प्रभाव से या तो त्याग दें और नहीं तो कम से कम उपयोग करें।
- अपारंपरिक असरकारी उपाय और मेल इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट
- आप वैदिक मन्त्र, वास्तु विज्ञान तथा आयुर्वेद के असरकारी उपायों को भी आज़मा सकते हैं, खासतौर पर आयुर्वेदिक उपायों को। जड़ी बूटियों के माध्यम से इस समानान्तर विधा ने कई असाध्य रोगों का इलाज ढूँढ़ निकला है।
- आप एलोपैथिक चिकित्सा के साथ-2 नेचुरोपैथी को भी अमल में लायें। नेचुरोपैथी आपकी जीवनशैली में छोटे मोटे बदलाव लाकरकई बार चमत्कारी लाभदेता है।
- कई प्रकार के घरेलू उपाय जो की सिर्फ खाने तथा सोने तक ही सीमित नहीं हैं, इस समस्या में बहुत ही लाभकारी हैं उदाहरण के तौर पर पुरुषों को कोशिश करना चाहिए कि रासायनिक पदार्थों का प्रयोग न्यूनतम करें तथा अधिक से अधिक प्राकृतिक पदार्थों तथा खाद्यों को उपयोग में लायें
- व्यायाम के साथ ‘फर्टिलिटी योग’ तथा एक्यूपंक्चर जैसी युक्तियों को व्यवहार में लायें जो की प्रजनन क्षमता के लिए जरूरी खासकर प्रोस्टेट तथा लीवर जैसे अंगों को मजबूत करता है।
उचित इलाज, जानकारी तथा एक संतुलित जीवनशैली के साथ आप मेल इनफर्टिलिटी जैसी गंभीर समस्या को भी आप निश्चित तौर पर साध सकते हैं।
ज़रूरत है तो बस इच्छाशक्ति की और झूठे पुरुषार्थ को हरा देने की ताकि आपकी संतान प्राप्ति की कामना जीत जाये!
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